भाग-क: जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन इकाइयों (डीपीआईयू) के साथ चर्चा
क्षेत्र अधिकारी जिले में कार्यक्रम कार्यान्वयन की स्थिति के सामान्य मूल्यांकन के लिए डीपीआईयू के अधिकारियों के साथ चर्चा कर सकते हैं। इस काम के अंग के रूप में, क्षेत्र अधिकारियों को ऑनलाइन प्रबंधन निगरानी और लेखा प्रणाली (ओएमएमएएस) के कार्यान्वयन की स्थिति की विशेष रूप से जांच करनी चाहिए। विशेष रूप से, क्षेत्र अधिकारी यह पुष्टि कर सकते हैं कि डेटा को ओएमएमएएस में नियमित रूप से दर्ज किया जा रहा है या नहीं और डेटा की सटीकता को पीआईयू में एक समर्पित अधिकारी द्वारा पुष्टि की जा रही है या नहीं। इस प्रयोजन के लिए, क्षेत्र अधिकारी वेबसाइट www.pmgsy.nic.in पर लॉग ऑन कर सकते हैं। इस वेबसाइट को खोलने के बाद, "जिला रिपोर्टें" और "डीपी: जिला प्रोफाइल" खोला जा सकता है। यह मॉड्यूल चयनित जिले में कार्यक्रम के कार्यान्वयन के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करता है। ओएमएमएएस की सटीकता का आकलन करने के लिए, ओएमएमएएस में दर्शाई गई चरण वार प्रगति की तुलना नवीनतम मासिक प्रगति रिपोर्ट (एमपीआर) में पीआईयू द्वारा दी गई जानकारी के साथ की जा सकती है।
पार्ट-ख: फील्ड निरीक्षण
क्षेत्र अधिकारी कुछ चालू/पूर्ण परियोजनाओं का देखकर निरीक्षण कर सकते हैं। क्षेत्र निरीक्षण के दौरान, क्षेत्र अधिकारी निम्नलिखित पहलुओं पर विशेष ध्यान दे सकते हैं:
पर्यवेक्षण
निष्पादन के दौरान, जेई और एई द्वारा नियमित रूप से कार्य का निरीक्षण किया जाना चाहिए और समय-समय पर ईई और एसई द्वारा भी निरीक्षण किया जाना चाहिए। पीआईयू और क्षेत्रीय स्तर के अधिकारियों के दौरों की बारंबारता का आकलन किया जा सकता है।
गुणवत्ता की निगरानी
गुणवत्ता तंत्र और गुणवत्ता नियंत्रण व्यवस्था का पहला स्तर: निर्माणाधीन कार्यों के मामले में, गुणवत्ता तंत्र के पहले स्तर के संचालन की पुष्टि की जाए। कार्यक्रम के प्रावधानों के अनुसार, प्रत्येक ठेकेदार से यह अपेक्षित होता है कि वह अनिवार्य परीक्षण करने के लिए फील्ड प्रयोगशाला स्थापित करे। फील्ड प्रयोगशाला में उपकरणों की उपलब्धता कार्य की प्रकृति पर निर्भर करेगी। फ़ील्ड प्रयोगशाला का निरीक्षण किया जाए और गुणवत्ता नियंत्रण रजिस्टर की जाँच की जाए। परीक्षण परिणामों का रिकॉर्ड रखने के लिए, गुणवत्ता नियंत्रण रजिस्टर भाग I तैयार किया जाता है। जब जेई और एई की उपस्थिति में परीक्षण आयोजित किए जाएं तो उन्हें इस रजिस्टर पर प्रतिहस्ताक्षर करने चाहिए। गुणवत्ता नियंत्रण भाग II गैर-पुष्टि रिपोर्टें जारी करने का रिकॉर्ड है। क्षेत्र अधिकारियों को यह देखना चाहिए कि फील्ड प्रयोगशाला स्थापित की गई है या नहीं और क्या गुणवत्ता नियंत्रण रजिस्टर बनाए गए हैं या नहीं।
गुणवत्ता नियंत्रण तंत्र का दूसरा स्तर : निर्माणाधीन कार्यों के मामले में, गुणवत्ता तंत्र के दूसरे स्तर के प्रचालन की पुष्टि की जाए। स्वतंत्र राज्य गुणवत्ता मॉनिटर (एसक्यूएम) द्वारा निर्माणकार्य का तीन चरणों में निरीक्षण किया जाना आवश्यक है - पहला जब काम बस शुरू हुआ हो या कुछ खदाई संबंधी काम किया गया हो, दूसरा निरीक्षण जब सब बेस या बेस कोर्स संबंधी कार्य प्रगति पर हो और तीसरा निरीक्षण तब किया जाए जब काम पूरा होने वाला हो। क्षेत्र अधिकारी यह पता लगाएं कि एसक्यूएम द्वारा विभिन्न चरणों में निर्माणकार्य का निरीक्षण किया गया है या नहीं।
काम की सामान्य गुणवत्ता
षेत्र अधिकारी द्वारा निर्माणाधीन या पूर्ण कार्य की सामान्य गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाना चाहिए। निर्माणाधीन या पूर्ण किए गए कार्यों की गुणवत्ता के बारे में सामान्य आकलन दर्ज किया जाए। पूर्ण किए गए सड़क कार्य का सामान्य सवारी की गुणवत्ता के संबंध में मूल्यांकन करने के लिए सड़क पर वाहन चलाकर निरीक्षण किया जा सकता है। यदि 40 किमी प्रति घंटा की गति पर वाहन सड़कों पर झटके आदि के बिना आरामदायक तरीके से चलता है तो सवारी की गुणवत्ता को यथोचित के रूप में वर्णित जा सकता है।
जल निकास
निर्माणाधीन या पूर्ण किए गए कार्यों के मामले में जल निकासी बेहद आवश्यक घटक है। यह जाँच की जाए कि सड़क के फुटपाथ में पर्याप्त क्रॉस ढलान (कैंबर) है या नहीं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पानी सड़क की सतह पर इकट्ठा नहीं हो। आम तौर पर, दृश्य निरीक्षण के माध्यम से यह आकलन करना संभव है कि सड़क की सतह में ऐसा कोई गहरा हिस्सा तो नहीं है जिसमें पानी रुक सकता है।
रखरखाव
पूर्ण सड़कों के निरीक्षण के मामले में, रखरखाव और मरम्मत संबंधी समग्र व्यवस्था का मूल्यांकन किया जाए। कार्यक्रम के चरण I और चरण II के निर्माण कार्यों को राज्य की मानक बोली प्रक्रिया के आधार पर निष्पादित किया गया था। इसलिए, राज्य द्वारा सड़कों का नियमित रखरखाव उनके संबंधित अनुबंधों में निहित प्रावधानों के अनुसार किया जाना चाहिए। हालांकि, चरण III और उसके बाद से मानक बोली-प्रक्रिया दस्तावेज निर्धारित किए गए हैं, जिनमें यह प्रावधान किया गया है कि 5 वर्ष के लिए नियमित रखरखाव निर्माण करने वाले ठेकेदार द्वारा ही किया जाएगा और इस नियमित रखरखाव के लिए भुगतान पीआईयू द्वारा किया जाएगा। रखरखाव की गुणवत्ता का आकलन करते समय, निम्नलिखित मदों का ध्यान रखा जाना चाहिए:
- क्या सड़क की ढलान और शोल्डर ऐसे पेड़-पौधों से मुक्त हैं जिनसे यातायात प्रवाह में बाधा पड़ सकती हैं?
- क्या सड़क की ढलान और शोल्डर ऐसे पेड़-पौधों से मुक्त हैं जिनसे यातायात प्रवाह में बाधा पड़ सकती हैं?
- क्या शोल्डर अच्छी स्थिति में हैं?
- क्या सड़क पर कोई गढ्ढा/दरारें या टूट-फूट आदि तो नहीं है? यदि ऐसा है, तो क्या इन खामियों की मरम्मत की गई है?
पारदर्शिता
कार्यक्रम के दिशानिर्देशों के अनुसार नागरिक सूचना बोर्डों और अन्य सूचनात्मक बोर्डों को स्थापित किया जाना अपेक्षित है। इन सभी बोर्डों में जानकारी को स्थानीय भाषा में प्रदर्शित किया जाना आवश्यक है। क्षेत्र अधिकारी, फील्ड भ्रमण के दौरान इसका अनुपालन देखेंगे।
अनुबंध प्रबंधन
निर्माण कार्य संबंधी क्रय और अनुबंध प्रबंधन की खरीद के लिए मानक बोली दस्तावेज निर्धारित किया गया है। प्रत्येक परियोजना के लिए निर्माण कार्य कार्यक्रम तैयार किया जाना है और स्वीकृत कार्य कार्यक्रम के संदर्भ में पीआईयू द्वारा नियमित रूप से कार्य की प्रगति का आकलन किया जाना है। देरी के मामले में, अनुबंध परिनिर्धारित नुकसान वसूलने का प्रावधान करता है। क्षेत्र अधिकारी यह पुष्टि करें कि अनुमोदित कार्य कार्यक्रम के संदर्भ में निर्माण कार्य की प्रगति की व्यवस्थित रूप से निगरानी की गई है और कार्यान्वयन में किसी भी देरी के लिए परिनिर्धारित क्षतियां वसूली/रोकी गई हैं।
सामान्य टिप्पणियां
स्थानीय बातचीत के माध्यम से, क्षेत्र अधिकारी लक्षित बसावटों में परिवहन सेवाओं में सुधार के बारे में समग्र मूल्यांकन कर सकता है। वे बारहमासी कनेक्टिविटी प्रावधान से आए महत्वपूर्ण और व्यवहार्य सामाजिक-आर्थिक प्रभाव पर टिप्पणी कर सकते हैं। क्षेत्र अधिकारी, फील्ड निरीक्षण के दौरान पाई गईं किन्हीं भी प्रमुख कार्यान्वयन बाधाओं पर टिप्पणी कर सकते हैं।
क्षेत्र अधिकारी पीआईयू के साथ अपनी बातचीत और परियोजना के निरीक्षण में देखी गई स्थिति के आधार पर संलग्न प्रारूप में उनकी टिप्पणियां दर्ज कर कर सकते हैं।
ग्रामीण विकास मंत्रालय
((ग्रामीण कनेक्टिविटी प्रभाग) )
क्षेत्र अधिकारियों द्वारा पीएमजीएसवाई के आकलन के लिए प्रारूप
1. नाम & क्षेत्र अधिकारी का नाम और पदनाम:
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2. पीआईयू का नाम : | |
3. राज्य: | |
4. जिला: | |
5. दौरे की तारीख : | |
6. जिनके साथ चर्चा की गई : |
7. | ओएमएमएएस पर टिप्पणियां: | |||
(क) | (क) क्या जिला प्रोफाइल का डेटा पीआईयू द्वारा प्रस्तुत मासिक रगति रिपोर्ट में दिए गए डेटा से मेल खाता है | हां | नहीं | |
(ख) | क्या डेटा प्रविष्टि के लिए समर्पित प्रशिक्षित व्यक्ति उपलब्ध है? | हां | नहीं | |
(ग) | यदि डेटा में असंगतता हो तो कृपया कारण बताएं। | |||
8. | सड़क स्तर का आकलन (दृश्य निरीक्षण) | |||
8.1 | निरीक्षित सड़क का विवरण: | |||
(क) | सड़क का नाम | |||
(ख) | ब्लॉक | |||
(ग) | मंत्रालय द्वारा मंजूरी की तारीख | |||
(घ) | कार्यों को अवार्ड किए जाने की तारीख | |||
(च) | समापन तारीख/समापन की निर्धारित तारीख | |||
8.2 | पर्यवेक्षण की बारंबारता | |||
(क) | जेई द्वारा सड़क का निरीक्षण कितनी | ……….निरीक्षण प्रति सप्ताह | ||
(ख) | एई द्वारा सड़क का निरीक्षण कितनी | ……….निरीक्षण प्रति सप्ताह | ||
(ग) | ईई द्वारा सड़क का निरीक्षण कितनी | ……….निरीक्षण प्रति सप्ताहh | ||
(घ) | एसई द्वारा सड़क का निरीक्षण कितनी | ……….निरीक्षण प्रति सप्ताह | ||
8.3 | पीआईयू और एसआरआरडीए के अधिकारियों द्वारा कार्यों के पर्यवेक्षण के बारे में सामान्य टिप्पणी: | |||
9 | गुणवत्ता तंत्र और गुणवत्ता नियंत्रण व्यवस्था का पहला स्तर | |||
9.1 | क्या ठेकेदार द्वारा फील्ड प्रयोगशाला स्थापित की गई? | हां | नहीं | |
9.2 | क्या गुणवत्ता नियंत्रण रजिस्टर बनाए गए और जेई/एई द्वारा इन पर प्रतिहस्ताक्षर किए जा रहे हैं? | हां | नहीं | |
10 | गुणवत्ता नियंत्रण तंत्र का दूसरा स्तर | |||
(क) | क्या राज्य गुणवत्ता मॉनीटर ने निर्माण कार्य का निरीक्षण किया है | हां | नहीं | |
(b) | यदि हाँ, तो किस/किन चरण/चरणों में, अर्थात शुरुआती चरण में, बेस कोर्स / सब-बेस कोर्स चरण में अथवा समापन चरण में (सभी तीनों चरणों में निरीक्षण अपेक्षित है) | |||
11 | निर्माण कार्य की गुणवत्ता: | |||
(क) | (पूर्ण निर्माण कार्यों के लिए) क्या सड़क की सवारी गुणवत्ता 40 कि मी प्रति घंटा की गति से कार चलाने के लिए यथोचित है। | हां | नहीं | |
(ख) | पूर्ण निर्माण कार्यों के लिए) क्या सड़क के फुटपाथ में कोई गड्ढा,दरारें, सतह की असतता दिखती है? | हां | नहीं | |
(ग) | कार्यों की गुणवत्ता के बारे में सामान्य टिप्पणियां: | |||
11.2 | जल निकासी: | |||
(क) | यह सुनिश्चित करने के लिए कि सड़क पर फुटपाथ पर जलजमाव नहीं हो, क्या सड़क में पर्याप्त क्रॉस ढलान (कैंबर) का प्रावधान है? | हां | नहीं | |
(ख) | यदि किनारे की नालियों की जरूरत हो, तो क्या किनारे की नालियों का प्रावधान किया गया है? | हां | नहीं | |
(ग) | जल निकासी के बारे में सामान्य टिप्पणी : | |||
11.3 | रखरखाव (कम से कम 1 वर्ष पहले पूरे हो चुके निर्माण कार्य के मामले में): | |||
(क) | क्या सड़क के आसपास वनस्पति की बढ़ौतरी को साफ किया गया है? | हां | नहीं | |
(ख) | )qक्या बारिश से हुए कटाव की मरम्मत की गई है? | हां | नहीं | |
(ग) | क्या शोल्डर्स की मरम्मत की जाती है और वे सही स्थिति में हैं? | हां | नहीं | |
(घ) | क्या गड्ढों, दरारों या सतह की असतता की मरम्मत की गई है? | हां | नहीं | |
(च) | क्या रोड साइनेज और चिह्नों को सही तरीके से बनाए रखा गया है?/td> | हां | नहीं | |
11.4 | नागरिक सूचना और पारदर्शिता: | |||
(क) | क्या स्थानीय भाषा में सही जानकारी सहित नागरिक सूचना बोर्ड स्थापित किए गए हैं? | हां | नहीं | |
(ख) | क्या निर्माण कार्य, ठेकेदार और पीआईयू के बारे में जानकारी प्रदान करने वाला मुख्य बोर्ड स्थापित किया गया है? | हां | नहीं | |
(ग) | क्या प्रवेश बिंदु लोगो बोर्ड स्थापित किया गया है? | हां | नहीं | |
(घ) | (केवल पूर्ण कार्यों के मामले में) क्या मील पत्थर स्थापित किए गए हैं? | हां | नहीं | |
12 | अनुबंध प्रबंधन और समय-सीमा नियंत्रण: | |||
(क) | क्या साइट पर निर्माण कार्य कार्यक्रम उपलब्ध है? | हां | नहीं | |
(ख) | ) क्या निर्माण कार्य अनुमोदित कार्य कार्यक्रम के अनुसार प्रगति में है? | हां | नहीं | |
(ग) | यदि काम में देरी हो रही है, तो क्या पीआईयू ने देरी के लिए नोटिस जारी किए हैं और क्या परिनिर्धारित नुकसान वसूला गया है या लंबित है? | हां | नहीं | |
(ग) | अनुबंध प्रबंधन के बारे में सामान्य टिप्पणी: | |||
13. अनुबंध प्रबंधन के बारे में सामान्य टिप्पणी: | ||||
13.1 | परिवहन सेवाओं में सुधार | |||
(क) | क्या बसावट में सार्वजनिक या निजी यात्री वाहनों की संख्या में वृद्धि हुई है? | |||
(ख) | क्या बसावट में सार्वजनिक या निजी मालवाहक परिवहन वाहनों की संख्या बढ़ी है? | |||
13.2 | किसी भी महत्वपूर्ण या दृष्टिगोचर सामाजिक आर्थिक प्रभाव पर टिप्पणियां: | |||
13.3 | कार्यान्वयन संबंधी किसी भी बाधा पर टिप्पणियां: |
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