टीम एन आर आई डी ए

वापस
श्री प्रदीप अग्रवाल
निदेशक (पी- I)
26179556
+91-9717093571

श्री प्रदीप अग्रवाल 1988 बैच के एक आई.डी.एस.ई.(भारतीय रक्षा अभियंता सेवा) अधिकारी हैं । वे बी.ई (सिविल). एम.टेक (निर्माण प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन), परिचालन प्रबंधन में एम.बी.ए., MCIarb (UK) तथा निर्माण परियोजनाओं में विशेषज्ञता सहित अर्हता प्राप्त एक अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थ हैं । वे मिशिगन विश्वविद्यालय द्वारा प्रशिक्षित संविदा परक्रामण तथा विवाद समाधान/शमन विशेषज्ञ हैं ।

जून 2019 में एन.आर.आई.डी.ए. में प्रतिनियुक्ति पर कार्यग्रहण करने से पूर्व वे रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय थल सेना के उत्तर-पूर्व क्षेत्र के सभी अवसंरचना निर्माण कार्यों की परियोजना आयोजन तथा कार्यान्वयन हेतु उत्तरदायी थे । उन्हें भारत सरकार में विभिन्न पदों पर 33 से अधिक वर्षों का पेशेवर अनुभव है । वे उत्तर-पूर्व के सभी निर्माण कार्यों हेतु गठित विवाद समाधान बोर्ड के विशेषज्ञ सदस्य भी रहे हैं । अपने पेशेवर कार्यकाल के दौरान उन्होंने थल सेना, वायु सेना एवं नौसेना की कई परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूर्ण किया जिनमें एयर बेस/रनवे, भूमिगत भवन, विशाल छावनियों के रखरखाव/सुविधा प्रबंधन जैसे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कार्य सम्मिलित हैं । उन्हें परियोजना आयोजन, परिकल्पना, संविदाओं तथा क्रियान्वयन में देश के विभिन्न भागों में कार्य करने का विस्तृत अनुभव है जिसमें एम.ई.एस. मुख्यालय पर नीति निर्धारण तथा कार्यान्वयन का एक प्रतिष्ठित कार्यकाल एवं रक्षा बलों के संपूर्ण उत्तरी क्षेत्र के निर्माण कार्यों की तकनीकी निगरानी शामिल है । कई अन्य सम्मानों के अलावा वे अनुकरणीय समर्पण तथा संगठन में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु प्रतिष्ठित थलसेनाध्यक्ष प्रशस्ति से भी पुरस्कृत किये जा चुके हैं ।

श्री अग्रवाल को नैट्रिप (भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय) में अवसंरचना प्रमुख के अपने पिछले प्रतिनियुक्ति कार्यकाल के दौरान राष्ट्रीय महत्व की एक बहु-विषयक अवसंरचना परियोजना को सफलतापूर्वक पुनर्जीवित करने का श्रेय प्राप्त है जिसने भारत को ऑटो सैक्टर में प्रत्यायन एवं अनुसंधान व विकास के क्षेत्र में विकसित देशों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया । उन्हें ऑटो सैक्टर में भारत की सबसे बड़ी और विश्व की सबसे अच्छी परियोजनाओं में से एक तथा भारत वर्ष में 7 केंद्रों में ग्रीनफील्ड/ब्राउनफील्ड परियोनायें विकसित करने का श्रेय प्राप्त है । इनमें इंदौर स्थित एक ऐसी परियोजना शामिल है जिसमें 4000 एकड़ भूमि पर विश्वस्तरीय वाहनों के परीक्षण हेतु 350 कि.मि.प्रति घंटे से भी अधिक की गति हेतु उच्च गति वाले परिक्षण ट्रैक विकसित किये गये जिनमें 12 मीटर से अधिक ऊंचाई तथा 42 अंश से भी अधिक की परवलयी वक्रता वाले किनारे बनाये जाने थे । यह एक जटिल परियोजना थी जिसमें अंतर्राष्ट्रीय बोली कर्ता तथा आई.आई.टी. व दुनिया के अन्य भागों के परामर्शदाता शामिल थे ।

उन्हें दुर्घटना आकड़ों के गहन संकलन, अनुरूपता, विश्लेषण एवं इस क्षेत्र में अनुसंधान हेतु भारत के पहले “ राष्ट्रीय दुर्घटना डेटा विश्लेषण केंद्र- ए.डैक” की स्थापना का श्रेय भी जाता है । श्री अग्रवाल लफबरो विश्वविद्यालय, यू.के. में दुर्घटना आंकड़ों के वैज्ञानिक संकलन एवं पुनर्रचना की यूरोपीय संघ की प्रथाओं में सम्मिलित विशेषज्ञों के साथ विमर्श में भी सम्मिलित रहे हैं । वे आई.आई.टी. दिल्ली की रियल टाईम वैज्ञानिक दुर्घटना डेटा संकलन तथा विश्लेषण परियोजना में प्रधान तकनीकी सलाहकार भी रहे हैं ।

वे सामरिक योजना, परियोजना/संविदा जोखिम आकलन एवं निवारण, सफल परियोजना सुपुर्दगी, स्वचालन एवं प्रक्रिया नवाचार, प्रणाली विकास, परामर्शदाताओं के मूल्यांकन तथा अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता के मामलों में रुचि रखते हैं ।

वे अभियांत्रिकी संस्थान के सभासद (एफ.आई.ई.), स्वचालन अभियंता सोसाईटी (एस.ए.ई.) के सदस्य तथा कई तकनीकी निकायों के तकनीकी सलाहकार भी हैं । वे कई राष्ट्रीय/अंतराष्ट्रीय सम्मेलनों में एक ओजस्वी वक्ता भी रहे हैं तथा परियोजना प्रबंधन, प्रूविंग ग्राउंड/टेस्ट ट्रैक प्रौद्योगिकी, दुर्घटना डेटा संकलन एवं विश्लेषण जैसे अनेक विषयों पर भारत में अनेक तकनीकी लेख प्रकाशित कर चुके हैं । उन्होंने परियोजना प्रबंधन पर एक अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ के तौर पर “आर एंड डी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट मैंनेजमैंट इन ऑटो सैक्टर” नामक एक पुस्तक लिखी है ।

एन.आर.आई.डी.ए. में निदेशक (परियोजना) के अपने वर्तमान कार्यकाल के दौरान वे परियोजना निगरानी, कार्यान्वयन, मूल्यांकन, संविदा प्रबंधन, सड़क रखरखाव प्रबंधन, प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना की आई.टी. संबंधित परियोजनाओं तथा नीति निर्धारण हेतु उत्तरदाई हैं ।

Back to top